मौका ई बरियार बा,
अप्रिल में एग्जाम बा,
हॉत अभी पढाई बा,
समय के अभाव बा।
प्रयास होत बरियार बा,
आशीर्वाद के चाह बा,
चापटर सब तईयार बा,
समय के अभाव बा।
तेज भईल रफ़्तार बा,
लेख पर लगाम बा,
टार्गेटवा पर ध्यान बा,
समय के अभाव बा।
विश्वास ईहे जोगावे के बा,
फेरु वापस आवे के बा,
भोजपुरी से बहुते प्यार बा,
खालि समय के अभाव बा।
भोजपूरी ला जान बा,
ईहे हमार गुमान बा,
ईहे हमार विचार बा,
भोजपुरी हमार शान बा।
सोच क्या हैं?? आगे बढ़ने के लिए पहला कदम! मंजिल की राह में एक कदम! उसमे भी नवीन सोच के क्या कहने! हमारा प्रयास आपको नई सोच,बेहतर जानकारी तथा जिंदगी की अनबुझ पहेलियों से रूबरू कराना है। आप यहाँ पर अपने विचार भी शेयर कर सकते है। हमारे ईमेल आईडी anuragranjan1998@gmail.com पर सुझाव भेजे। आपका, अपना अनुराग रंजन।
Sunday 6 December 2015
समय के अभाव बा
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