Wednesday 17 February 2016

भोजपुरिया पाती

प्रणाम,

आशा बा की सभे निमन होई। आज हम भोजपुरिया पाती लिख रहल बानी,एह उम्मीद के जरे की रउआ सभे के साथ आ सहयोग दिलावे में ई पाती आपन योगदान दिही।

आज हमनी के भोजपुरी एगो संघर्ष के इस्थिति में बावे। हमनी के प्रयास भोजपुरी में फईलल अश्लीलता के खत्म करे के, भोजपुरी साहित्य के सृजन करे के आ भोजपुरिया संस्कृति के संघे-संघे एकर समृद्ध विरासत के सहेजल बा।

पिछ्ला कुछ सालन् में भोजपुरी के लोकप्रियता में जहवाँ बेतहासा इजाफा भईल बा ओहिजा एह में फईलल अश्लीलता एह के लोग से दूर कर देले बिया। आज बहुत सारा भोजपूरी संगठन आ पत्रिका एह झेत्र में भी काम कर रहल बा। बहुत सारा गायक लो भी अश्लीलता से नाम कमावे के लोभ छोड़ आदर्श कायम कर रहल बा लोग। आई सभे मिल के ओह लोग के काम के सहयोग आ प्रोत्साहन दिहल जाव,साथ आ स्नेह के ताकत से।

हमनी के मकसद भोजपूरी के ओकर उचित स्थान आ ओहदा दिवावे ला एक मंच पर इकठ्ठा कईल ला। आशा बा सभे भोजपुरिया एह खातिर आपन जिम्मेवारी के निर्वाहन करी। बहुत सारा लोग के योगदान आ प्रतिबद्धता देख के ही हमरा जईसन नवहा आज एह ला प्रयासरत बा। रउआ सभे से आज  राउर पोता/बेटा/भाई  दसों नोह जोड़ के निहोरा कर रहल बा।

सभे बड़ बुजुर्ग के प्रणाम आ छोट भाई बहिन के शुभाशीष।

राउर आपन,
अनुराग रंजन

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