Monday 8 February 2016

मेरे तलवार

ये दिन,ये रात और ये किताब है मेरे तलवार!
एक दिन, ये ही करेंगे मेरे हर सपने को साकार...

बस मुझे है,उचित वक़्त और मौके की दरकार!             फिर ये दुनिया देखेगी मेरे प्रतिभा की असल वार...

अनुराग रंजन
छपरा(मशरख)

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